भतीजों के दिलों में है बड़ा सम्मान चाचा का
नहीं ले पाएगा कोई कभी स्थान चाचा का
न अब तक भूल पाए हम वो इक एहसान चाचा का
बहुत पहले कभी खाया था हम ने पान चाचा का
इन्हें महदूद मत करिए, चचा तो विश्वव्यापी हैं
न हिंदुस्तान चाचा का, न पाकिस्तान चाचा का
कोई दो चार सौ दे दे तो दीगर बात है वरना
नहीं बिकता है दस या बीस में ईमान चाचा का
यही दो-तीन फोटो और यही छह-सात लव लेटर
पुलिस वालों को बस इतना मिला सामान चाचा का
वो अपनी जेब में अरमानों की इक लिस्ट रखते हैं
नहीं निकला है अब तक एक भी अरमान चाचा का
चचा ग़ालिब भी माथा ठोंक लेंगे अपना जन्नत में
अगर पढ़ने को मिल जाए उन्हें दीवान चाचा का
शनि राहु युति के परिणाम
2 दिन पहले
10 टिप्पणियां:
वाह-वाह!
वाह-वाह!
वाह-वाह!
वाह-वाह!
चाचा चाचा आखिर कोन है यह चाचा.....
...बहुत सुन्दर!!!
बोहोत ही सुन्दर रचना है, शब्द दिल तक पोहोचते हैं।
धन्यवाद प्रकट करना चाहूँगा आपका, कृपया क़ुबूल करें।
"धन्यवाद"।
चाचा-भतीजे के रिश्ते के ऊपर लिखना कानूनन जुर्म है आपके ऊपर तीन भतीजों को नैनीताल दर्शन का जुर्माना किया जाता है
सम्मन आप तक पहुचाया जा रहा है ज्यादा देर करने पर जुर्माना मे धन राशि को भी जोड़ा जा सकता है
चचा ग़ालिब भी माथा ठोंक लेंगे अपना जन्नत में
अगर पढ़ने को मिल जाए उन्हें दीवान चाचा का
ये शेर विस्तृत व्याख्या मागता है
चाचा का दीवान पढ़ने के बाद चचा ग़ालिब क्यों अपना माथा पीटेंगे ?
कहीं ऐसा तो नहीं उन्हें अपना लिखा कुछ और शेर दीवान-ए-ग़ालिब से खारिज करना पड़ जाए, जैसा कि उन्होंने ३५०० मे से २००० शेर पहले ही खारिज कर दिये थे
चाचा से मिलने की तमन्ना जाग गयी है अब तो ....
भई इतनी लाजवाब लच्छेदार ग़ज़ल पढ़ कर तो इंतज़ार नही हो रहा ...
बड़े दिनों से आपका ब्लॉग खोज रही थी आखिर आज मिल ही गया पर आप तो यहाँ चाचा भतीजों का गुण गान करने में व्यस्त है अच्छा लगा चचा की तारीफ सुन कर
वाह वाह क्या बात है चाचा की ???? अद्भुत सुन्दर । शुभकामनायें
कोई दो चार सौ दे दे तो दीगर बात है वरना
नहीं बिकता है दस या बीस में ईमान चाचा का
चाचायमान इस रचना के क्या कहने
बहुत सुन्दर
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