जो भी अक्सर प्रयास करता है
परीक्षा वह ही पास करता है।
जिसमें जुट जाने की तमन्ना होती,
वह ही जीने की आस करता है।
चिन्तन करने की जो लग्न रखते ,
व्यक्ति ऐसा ही खास करता है।
अभी गिरा है तो कल दौडेगा ,
दिल को कहे उदास करता है।
कुछ भी होता है नहीं असंभव यहाँ ,
श्रम में जो विश्वास करता है।
कर्म करने की प्यास जो रखे,
वह ही खाली गिलास करता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें